हिन्दी प्रेम कविता :- तेरे होठों की लाली
Short love poems for her in hindi
Short love poems for her - हिन्दी प्रेम कविता :- तेरे होठों की लाली |
तेरे होठों की लाली,
बड़ी लुभावन लगती है।
कभी बसंत की बहार,
तो, कभी सावन लगती है।।
इनके बदलते रंगो में तूँ,
बड़ी सुहावन लगती है।
कभी तू शीतल लगती है,
कभी तू पावन लगती है।।
तेरी कातिल निगाहें ही,
मुझे पागल बनाती हैं।
तनिक इन नयनों से पूछो,
कितनी मनभावन लगती हैं ।।
© आशीष उपाध्याय "एकाकी"
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
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