Ticker

6/recent/ticker-posts

गुरु पर बेहतरीन कविता (हिन्दी में) Best poem on teacher in hindi

आप सभी देवों को मैं प्रणाम करता हूँ 
Poem on Guru in hindi - Poem on Teacher's 

Poem on Guru in hindi

About this poem
आप सभी देवों को मैं प्रणाम करता हूं। 

कवि आशीष उपाध्याय जी के द्वारा रचित गुरुभक्ति से परिपूर्ण तथा गुरुचरणानुरागी कविता है | इस कविता में कवि इस सकल संसार में उपस्थित सभी जीव जिनसे - जिनसे एक व्यक्ति के अन्तःमन में ज्ञान की उत्पत्ति होती है उनकी भूरी - भूरी प्रशंसा करते हुए गुरुगान किया है | 
हर बालक जब माँ की गोद में गिरता है, तो उसे इस नश्वर संसार के बारे में कुछ भी नहीं पता होता | फिर माँ के द्वारा उस नन्हें बालक का पालन - पोषण किया जाता है,और उस बालक को प्रारंभिक शिक्षा माँ के द्वारा ही दी जाती है | उसके बाद जीवन - पथ पर उसे बहुत सारे लोग मिलते हैं, जिनमें गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका होती है | इस कविता में कवि हर उस व्यक्ति को गुरु का पावन दर्जा दिया है, जिससे जीवन में ज्ञान प्राप्त किया जाता है | 
............................................................................

कविता इस प्रकार से है - 

गुरु चरनन की महिमा का गुणगान करता हूँ  |
आप सभी देवों को मैं प्रणाम करता हूँ  || 

आपकी ही पूजा आठों याम करता हूँ  |
आप सभी देवों को मैं प्रणाम करता हूँ ||

आपके मृदु वचनों का सम्मान करता हूँ |
आप सभी देवों को मैं प्रणाम करता हूँ  ||

यश, कीर्ति और वैभव आपके नाम करता हूँ |
आप सभी देवों को मैं प्रणाम करता हूँ ||

इस जीवन की नैया आपके हाथ करता हूँ  |
आप सभी देवों को मैं प्रणाम करता हूँ ||

जिससे ज्ञान मिला मुझको उन सबको भजता  हूँ  |
आप सभी देवों को मैं प्रणाम करता हूँ ||

© कवि आशीष उपाध्याय 
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश 
Reactions

Post a Comment

0 Comments