गेहूँ की खेती पर कविता हिन्दी छन्द में
(Gehu ki kheti par kavita hindi chhand me)
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Gehu ki Kheti par Kavita Hindi me |
धान यदि कट जाए, और घर चला आए ।
फिर श्रमिकों को आप, मजदूरी दीजिए ।।
सरसो बोना है जिन्हें, सुनो कहता हूँ उन्हें ।
कार्तिक माह से पूर्व, बीज को खरीदिए ।
सुनो मेरे प्यारे भाई, खेती में हो अगुवाई ।
दिवाली से पूर्व आप, सब काम कीजिए ।।
समय से खेती किया, उसने मजा है लिया ।
काट फिर सरसो को, घर भर लीजिए ।।
© आशीष उपाध्याय "एकाकी"
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
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