मेरे प्यारे सुंदर राम
Poem on Ram Ji in Hindi
![]() |
Poem on Ram Ji in Hindi |
सब सहेज रहे हैं यादें अपनी अपनी,
मैं सहेजूं तुमको आठों याम ।
मेरे प्यारे सुंदर राम ....... 4
मेरे मन के मंदिर में,
हे रघुवर जी आ जाना ।
आकर हे प्राणों के स्वामी,
कभी नहीं फिर से जाना ।।
सब कर रहे हैं बातें अपनी अपनी,
मैं करूं तेरा गुणगान ।
मेरे प्यारे सुंदर राम ....... 4
इस जीवन की एक आशा,
प्यार तुम्हारा मिल जाए ।
पतझड़ में भी हे दाता,
मन की बगिया खिल जाए ।।
सब जी रहे हैं जिंदगी अपनी अपनी,
मैं जिऊं तुमको घनश्याम ।
मेरे प्यारे सुंदर राम ....... 4
© आशीष उपाध्याय "एकाकी"
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
0 Comments
Please do not enter any spam in the comment box.
Emoji