माता का अवतार (माँ दुर्गा पर कविता हिन्दी)
Poetry on Maa Durga in Hindi
जब संतों पर वार हुआ है ।
माता का अवतार हुआ है ।।
दुख सबके वो हर लेती हैं ।
सुख वैभव सबको देती हैं ।।
शेर सवारी शोभा प्यारी ।
माँ की सूरत सबसे न्यारी ।।
भैरो - हनुमत करते सेवा ।
माँ दोनों को देतीं मेवा ।।
लाल चुनरिया पहने माता ।
इनकी महिमा सब जग गाता ।।
करती सबको प्यार बराबर ।
माँ का दिल है जैसे सागर ।।
मुख मंडल पे सूरज चमके ।
शंख,त्रिशूल, गदा भी दमके ।।
माँ के चरणों का मैं प्यासा ।
बस उनसे ही सबको आशा ।।
© कवि आशीष उपाध्याय "एकाकी"
गोरखपुर, उत्तर - प्रदेश
0 Comments
Please do not enter any spam in the comment box.
Emoji